गुरुवार, 11 मई 2017

नाटक - गजमोक्ष (gajmoksha - drama)


नाटक - गजमोक्ष

(तथागत बुद्ध की जातक कथा पर आधारित)


निर्देशक - के. जी. त्रिवेदी
लेखक - सुनील मिश्र
संगीत - सुरेन्‍द्र वानखेड़े

सारांश


तथागत बुद्ध की संवेदनशील और प्रेरणीय जातक कथा पर आधारित यह नाटक हर हृदय पर अपना गहरा प्रभाव छोड़ता है। यह एक लालची आदमी और तथागत के अवतार हाथी गजराज की मैत्री की कहानी है जिसमें गजराज आदमी की वृत्ति और प्रवृत्ति जानते हुए भी देवत्‍व की महान परम भावना के अनुरूप अपने बहुमूल्‍य दांत दे देते हैं लेकिन कृतघ्‍न आदमी के मन में जो कुटैव है वह उसके भारी दण्‍ड का कारण बनता है। मित्रता को ठोकर मारने वाला आदमी, धरती फट जाती है और उसमें समा जाता है।

गजमोक्ष का प्रथम प्रदर्शन दो वर्ष पहले साॅंची में हुआ था। उसके बाद भोपाल, महाकुम्‍भ सिंहस्‍थ उज्‍जैन, नई दिल्‍ली और पुन: भोपाल में इसके प्रदर्शन हुए हैं। यह नाटक यों तो सभी के लिए प्रेरणा है लेकिन अविभावक आज के समय में अपने बच्‍चों को गजमोक्ष दिखाते हैं तो सम्‍भव: बच्‍चों को संस्‍कारशील और नैतिक मनुष्‍य बनाने का स्‍वप्‍न देखने वाले प्रत्‍येक माता-पिता की ओर से अपने बच्‍चों के लिए यह खूबसूरत, सुन्‍दर सा, लिरिकल उपहार होगा।

मंचन के लिए गजमोक्ष देश-दुनिया में कहीं भी निमंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए नीचे उल्‍लेखित ईमेल पर प्रस्‍ताव कर सकते हैं.......

Email

sunilmishrbpl@gmail.com

kgtrivedi2010@gmail.com


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